कोलकाता: पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी बुधवार को कूचबिहार का दौरा करेंगी, जहां पिछले सप्ताह चौथे चरण के मतदान के दौरान हिंसा हुई थी और सीआईएसएफ की गोलीबारी में पांच लोग मारे गए थे।
कूच बिहार के सीतलकुची में हुई मौतों के लिए राजनीतिक पार्टी टीएमसी और बीजेपी ने हिंसा के लिए सियासी रूप से एक-दूसरे को जिम्मेदार ठहराया है।
मुख्यमंत्री 11 अप्रैल को शोक संतप्त परिवारों से मिलने के लिए जिले का दौरा करने वाली थे, लेकिन चुनाव आयोग द्वारा जिले में बाहर के राजनीतिक नेताओं के प्रवेश पर 72 घंटे के लिए रोक लगाने के बाद उन्होंने अपनी योजना को स्थगित कर दिया।
कूचबिहार हिंसा को लेकर राजनीतिक गतिरोध
बनर्जी ने रविवार को गोलीबारी की घटना को “नरसंहार” कहते हुए दावा किया कि केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षाबलों ने मृतकों को छाती और गर्दन में गोली मारी।
उन्होंने प्रेस मीट के दौरान वीडियो कॉल के माध्यम से मृतक के परिवारों से भी बात की और कहा कि मैं 14 अप्रैल को आपसे मिलने आऊंगी।
टीएमसी प्रमुख ने रविवार को भी ट्वीट, ”चुनाव आयोग को नाम बदलकर मोदी कोड ऑफ कंडेक्ट करना चाहिए! बीजेपी अपनी ताकत का इस्तेमाल कर सकती है, लेकिन इस दुनिया में कुछ भी मुझे अपने लोगों के साथ होने और अपना दर्द साझा करने से नहीं रोक सकता। वे मुझे कूच बिहार में 3 दिनों के लिए अपने भाइयों और बहनों के पास जाने से रोक सकते हैं लेकिन मैं 4वें दिन वहां रहूंगी!”